और इतना सब होने के बाद भी मैं चुप क्यों था ? इस बात का क्षोभ मुझे आज भी है। और इतना सब होने के बाद भी मैं चुप क्यों था ? इस बात का क्षोभ मुझे आज भी है।
ऐसा कहकर मालती जी अपनी दोनों बहुओं के साथ घर के काम में व्यस्त हो गईं। ऐसा कहकर मालती जी अपनी दोनों बहुओं के साथ घर के काम में व्यस्त हो गईं।
और तुम्हारी कहानी का वो गुम तन्हा किरदार,.. मैं हूं और तुम्हारी कहानी का वो गुम तन्हा किरदार,.. मैं हूं
अब तो हमारी भागदौड़ भरी ज़िंदगी.. हमारे ही बच्चों की ज़िन्दगी से प्यार भरा एक एक कौर छी अब तो हमारी भागदौड़ भरी ज़िंदगी.. हमारे ही बच्चों की ज़िन्दगी से प्यार भरा एक एक...
कुछ दिन बाद राधा के आत्महत्या की खबर थी अखबार में। कुछ दिन बाद राधा के आत्महत्या की खबर थी अखबार में।
बहू बेटे के मानसिक स्तर के अनुसार होनी चाहिए।जिससे दोनों मिल कर एक और एक ग्यारह सके बहू बेटे के मानसिक स्तर के अनुसार होनी चाहिए।जिससे दोनों मिल कर एक और एक ग्यारह ...